कलाकारों का युग

"एक सप्ताह में संपादित"、मैंने "अपलोड" करने का प्रयास किया

जापान, जर्मनी के साथ, "पूंजीवाद से स्नातक" करने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा (संभावना)、कुछ विद्वान ऐसे भी हैं जो इसकी भविष्यवाणी करते हैं。अपने आर्थिक सिद्धांत के लिए प्रसिद्ध कीन्स,、पहले से ही 1930 में、पूंजीवाद एक संक्रमण काल ​​है、अंततः आर्थिक विकास विहीन समाज、सभी बुनियादी ढांचे मौजूद हैं、अमीर लेकिन लाभ-उन्मुख नहीं、हम एक ऐसा समाज बन जाएंगे जहां पैसे का कोई बड़ा मतलब नहीं होगा.、ऐसा लगता है कि इसकी भविष्यवाणी की गई है。मैंने रेडियो पर अर्थशास्त्री काज़ुओ मिज़ुनो की बातचीत सुनी।。

श्रीमान के अनुसार.、वर्तमान में, केवल जापान और जर्मनी ही ऐसे देश हैं जो इस पर लागू होते प्रतीत होते हैं।。यही कारण है、जापान सिर्फ अमेरिकी अर्थव्यवस्था के पीछे नहीं भाग रहा है।、इसका मतलब यह है कि हमें अपने लिए एक नई दृष्टि बनानी होगी।。

श्री मिज़ुनो、ऐसे समाज के लिए तीन दृष्टिकोण? के रूप में सूचीबद्ध किया गया था。① बंद करें ② धीमा ③ सहनशील。①बंद करें、हालाँकि इसे समझना थोड़ा मुश्किल है、दूसरे शब्दों में, पूंजीवादी समाज में, ``जितना अधिक दूर、पहले、"अधिक अधिक है" एक मूल्य है।、इस उद्देश्य के लिए आधार "प्रतिस्पर्धा" था।、उत्तर-पूंजीवादी समाज में、“एक परिचित जगह में、धीरे से、"कृपया जियो" स्तंभ बन जाता है।、ऐसा ही प्रतीत होता है。

क्या यह बिलकुल वैसा नहीं है जैसे आधुनिक कलाकार अपना जीवन जीते हैं?。पूंजीवादी समाज (साम्राज्यवाद) में कलाकारों के लिए जीवित रहना कठिन है、(तानाशाही में सवाल से बाहर)。एक समय (या अब भी), कलाकार = गरीब लोग、यह दुनिया में सामान्य ज्ञान था。हालाँकि बहुत थोड़ा-थोड़ा करके、मुझे लगने लगा कि कला का मूल्य बढ़ रहा है।、यह इस बात का प्रमाण हो सकता है कि ऐसा समाज धीरे-धीरे वास्तविकता बन रहा है।。
पूंजीवाद के लिए मौत की घंटी、यह अब हर जगह हो रहा है、それらが繋がり始めているのが戦争というかたちなのだろうか「核戦争でリセット」なんてのは痛ましすぎる